Breaking News: An early diagnosis and specific treatment is important to prevent the disfiguring scars caused by monkeypox

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आयरन की कमी के लक्षण और स्रोत

आयरन की कमी के लक्षण और स्रोत

● मानव शरीर के लिये आयरन अत्यंत जरूरी है जिसे लौह तत्व कहा जाता है।
● आयरन इसलिये जरूरी है क्योंकि यह जीवन के लिये जरूरी ऑक्सीजन को फेफड़ों से शरीर के अन्य अंगों तक पहुँचाती है
● शरीर में कभी-कभार रक्त की कमी हो जाती है जिसे चिकित्सीय भाषा में अनीमिया कहते हैं।
इतना ही नहीं आयरन हमारी माँसपेशियों में ऑक्सीजन का प्रयोग और उसे शरीर में सहेज कर रखने में भी मदद भी करता है।
यह भी जरूरी है कि शरीर के लिये जरूरी आयरन को संतुलित मात्रा में लेनी चाहिये।
● ऐसा इसलिये क्योंकि शरीर में इसकी कमी और अधिकता दोनों ही नुकसान पहँचा सकती है।
● आयरन महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हेमोग्लोबिन बनाने के लिए ज़रूरी है।
● आहार से पर्याप्त आयरन न मिलने से एनीमिया हो सकता है। इसे आयरन की कमी वाला एनीमिया कहा जाता है। इसलिये शरीर में आयरन की कमी का पूर्वानुमान व निदान आवश्यक होता है।

आयरन की कमी के लक्षण और स्रोतआयरन की कमी के लक्षण व संकेत

आयरन की कमी के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि व्यक्ति इससे किस हद तक प्रभावित है।
अगर यह कमी गंभीर नहीं है, तो यह कम परेशान करती है, लेकिन शरीर में आयरन की मात्रा अधिक घट जाने से परेशानियाँ बढ़ जाती है।
● आयरन की कमी की वजह से आंखों के सामने बैठे बैठे अंधेरा छा जाता है और चक्कर आ जाता है।
दिनभर बिना काम किये थकान महसूस होती है।
● 6 से 8 घंटे की नींद पूरी करने के बाद भी अगर आपको थकान का एहसास हो तो समझिये कि आयरन की कमी के संकेत हो सकते हैं।
● आयरन की कमी सीधे चेहरे पर दिखती है क्यों कि खून की कमी से त्वचा में पीलापन आ जाता है।
● जब शरीर में आयरन की कमी हो जाती है तब दिमाग में खून की पूर्ति नहीं हो पाती जिससे हमेशा सिरदर्द होता रहता है।
● सबसे पहले नाखून पीले दिखने लगेंगे।
● उसके बाद कमजोर हो कर यह टूटने लगते हैं।

 

कैसे निपटे इस कमी से

● शरीर में आयरन की कमी का निदान करने के लिए खून बढ़ाने वाले आहार लेने चाहिये।
● पौष्टिक आहार खाकर आयरन की कमी से बचा जा सकता है।
● इसके अलावा आप डॉक्टर से सलाह लेकर आयरन टैबलेट भी ले सकते हैं।
● भोजन में आटा, काबुली चना, राजमा, सोयाबीन, मेथी और सरसों का साग, बादाम, सूखे मेवे, मसूर की दाल, पालक, अंगूर, अमरूद, संतरे आदि का सेवन करना चाहिये।
● इसके साथ ही अंकुरित दाल का सेवन खून की मात्रा बढ़ाने में सहायक होती है।

 

गर्भवती महिलाओं के लिए

गर्भवती महिलाओं और उसके अजन्मे बच्चे के लिए आयरन एक महत्वपूर्ण खनिज है। आयरन हीमोग्लोबिन का एक घटक है।
अगर शरीर में आयरन और हीमोग्लोबिन की कमी हो तो गर्भवती महिलाओं में एनीमिया होने का खतरा बढ़ जाता है।

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